कॉलेज की एन. एस. एस. की तीनों इकाईयों द्वारा पिछले दिनों पुलवामा हमलें में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि

कॉलेज की एन. एस. एस. की तीनों इकाईयों द्वारा पिछले दिनों पुलवामा हमलें में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए रक्तदान कैंप का आयोजन किया गया। इसमें 30 स्वयंसेवकों सहित 212 विद्यार्थीयों ने रक्तदान किया। शिविर का उद्घाटन माननीय श्री रविंद्र सांगवान, डी एस पी, कैथल और डाक्टर अनिल, एच सी एच, तहसीलदार कैथल द्वारा किया गया। रविंद्र सांगवान जी ने कहा कि रक्तदान महादान है, स्वयंसेवकों और नौजवान विधार्थियों द्वारा इस तरह के पुण्य कार्य में बड़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए। डॉक्टर अनिल ने कहा कि रक्तदान के द्वारा हम असंख्य जिंदगियों को नया जीवन दे सकते हैं। उन्होने अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान न केवल महादान है बल्कि समाजसेवा का भी काम है। प्राचार्य डॉ. संजय गोयल ने ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करने के लिए तीनों इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारियों की सराहना की। उन्होनें सराहनीय कदम रक्त दान सेवा, विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान हुए इस आयोजन को श्रेष्ठ कार्य बताया। डॉ. जयबीर धारीवाल, एन एस एस अधिकारी ने कहा कि देश के वीर जवानों के असाधारण बलिदान का देश सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने बताया की 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सी आर पी एफ के कनवॉय पर आतंकियो के हमले में 40 जवानों की शहादत हुई थी उन्हीं वीर जवानों की शहादत के सलाम करते हुए यह रक्तदान आयोजित किया गया है। राष्ट्र इन जवानों के प्रति कृतज्ञ है और इस तरह के कैंप स्वयंसेवको के राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करते हैं। कॉलेज से डॉक्टर बिजेंद्र सिंह और अन्य कर्मचारियों ने भी रक्तदान किया। इस कैंप के सफल बनाने में डॉक्टर श्वेता गर्ग, एन एस एस अधिकारी और श्री सुरेन्द्र कैंदल, नोबल ब्लड सेंटर की टीम का विशेष योगदान रहा। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद के ज़िलाध्यक्ष चंद्रभान मित्तल, सेवा संघ के संस्थापक शिव शंकर जी पाहवा,अशोक भारती,प्रवीण ढिल्लों,सराहनीय कदम रक्तदान से भवेश गुलाटी,गौरव शर्मा बजरंग दल से अभिषेक,अशोक,कुशल,संजीव,शुभम गोयल,विद्यार्थी परिषद से हर्ष गोयल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रक्तदान शिविर में आपातकालीन स्थितियों में निरंतर रक्तदान करने वाले रक्तदाता अंशुल,करण,प्रवीण,अनिल,विकास, अनिल शर्मा, नवरत्तन गुप्ता आदि को भी सम्मानित किया गया।
कॉलेज के स्वयंसेवकों ने रजिस्ट्रेशन, रिफ्रिशमेंट और ब्लड यूनिट्स को कलेक्ट करने और अनुशासन बनाए रखने में विशेष योगदान दिया।