आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: किलिंग जॉब्स इन इंडिया और शेपिंग दी फ्यूचर” विषय पर ग्रुप डिस्कशन का आयोजन

कंप्यूटर साइंस विभाग द्वारा क्लास एक्टिविटी के तहत “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: किलिंग जॉब्स इन इंडिया और शेपिंग दी फ्यूचर” विषय पर ग्रुप डिस्कशन का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा बीसीए सेकंड ईयर के 30 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। एक्टिविटी के संयोजक प्रोफेसर मतीश गर्ग ने मेडियेटर की भूमिका निभाकर इस गतिविधि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लाभ एवं दोषों दोनों पहलुओं पर परिचर्चा की। बीसीए सेकंड ईयर के विद्यार्थी विजय,मुनीश, प्रतीक आदि ने जहां ड्राइवरलेस कार, रोबोटिक्स, अलेक्सा आदि उदाहरण देते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अच्छे प्रभाव के बारे में बताया वही शुभम, श्वेता,रूमा,रूबी व नेहा आदि विद्यार्थियों ने जॉब लॉस, डिस्ट्रक्टिव वेपंस आदि दुष्प्रभावों का व्याख्यान किया। प्रोफेसर मतीश गर्ग ने विचार विमर्श के निष्कर्ष के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में कहा कि इसने क्वालिटी ऑफ़ लाइफ को बहुत इंप्रूव किया है जबकि इसका एथिकल यूज होना बहुत जरूरी है। इस अवसर पर कंप्यूटर साइंस विभाग के अध्यक्ष डॉ अनिल नरूला भी उपस्थित रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य डा संजय गोयल ने सभी विद्यार्थियों एवं प्राध्यापक वर्ग को बधाई दी व कहा कि इस तरह की एक्टिविटी भविष्य में विद्यार्थियों की जॉब प्लेसमेंट के लिए अति आवश्यक है। इनसे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास भी होता है।