हिंदी दिवस

हिंदी विभाग के द्वारा हिंदी दिवस बडे़ ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्य डा. सत्यबीर मैहला मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे। उनका स्वागत विभागाध्यक्ष डा. आर.पी. मौन, वरिष्ठ प्राध्यापक डा. ओ.पी. सैनी एवं डा. बिजेंद्र कुमार ने पुष्प गुच्छों के साथ किया। डा. मौन ने हिंदी की वर्तमान स्थिती का मूल्यांकन करते हुए विद्यार्थियों को आग्रह किया कि हिंदी को प्रचारित-प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाऐं। मुख्य वक्ता डा. सत्यबीर मैहला ने हिंदी दिवस की बधाई दी एवं सुझाव दिया कि प्रारम्भिक शिक्षा हिंदी माध्यम से होनी चाहिए। इसके अलावा इस दिवस को हिंदी चिंतन दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। इससे हिंदी के विकास की बाधाओं पर चिंतन होना शूरू है जाएगा। डा. विजेंद्र ने मंच संचालन करते हुए हिंदी के सरक्षंण एवं राष्ट्र भाषा के रूप में मान्यता को आवश्यक बताया। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीतों एवं कविताओं के माध्यम से माहौल हिंदीमय बनाया। इसमें ज्योति को प्रथम, कोमल को द्वितीय एवं देवांश को तृतीय स्थान प्राप्त किया। डा. ओपी सैनी ने सभी का धन्यवाद प्रस्ताव पढा़। इस अवसर पर डा. शिल्पी अग्रवाल, प्रो. रेणु, डा. शरद गौड़, डा. संजीव, प्रो. सुनीता, डा. वर्षा एवं प्रो. कैलास भी उपस्थित रहे।