नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत विवेक पतकी द्वारा “निर्णय लेने और समस्या-समाधान क्षमताएँ” तथा “स्वयं पर विश्वास: सार्थक संबंध बनाना” विषयों पर ज्ञानवर्धक सत्रों के साथ हुई। सुधीर पाई ने “आदतों में निपुणता: व्यक्तिगत क्षमता का विकास” और “आवश्यक टीमवर्क कौशल को बढ़ाना” विषयों पर सत्र आयोजित किए। दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन में प्राचार्य राजबीर पराशर ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। सत्र की शुरुआत प्रतिभागियों की उत्साहजनक प्रतिक्रिया के साथ हुई, जिन्होंने नेतृत्व, टीमवर्क, समन्वय, निर्णय लेने और सकारात्मक आदतों की शक्ति पर बहुमूल्य शिक्षा प्रदान करने में प्रशिक्षकों के प्रयासों की सराहना की। लगभग बीस छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और कार्यक्रम से मिली अपनी खुशी और सीख व्यक्त की। विवेक पतकी, सुधीर पाई और कृष्ण एन. देवाडिगा ने भी प्रतिभागियों के उत्साह, अनुशासन और आतिथ्य की सराहना की तथा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्राचार्य का हार्दिक धन्यवाद किया। अपने समापन भाषण में प्राचार्य पराशर ने प्रतिभागियों को बधाई दी और छात्रों को भविष्य के लिए तैयार नेता बनाने में अर्थशास्त्र विभाग की सराहनीय पहल की प्रशंसा की। विभागाध्यक्ष सूरज वालिया ने औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और कॉलेज के साथ सहयोग करने के लिए एम.आर. पाई फाउंडेशन और फोरम ऑफ फ्री एंटरप्राइज, मुंबई का आभार व्यक्त किया। समापन प्राचार्य,विवेक पतकी, सुधीर पाई और कृष्णा द्वारा प्रमाणपत्र वितरण और राष्ट्रगान के साथ हुआ।