Moot Court Competition

Moot Court Competition

आर. के. एस. डी. महाविद्यालय, कैथल के वाणिज्य विभाग द्वारा बी. कॉम. प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए एक दिवसीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों में आत्मविश्वास का विकास करना, अभिव्यक्ति में निपुणता लाना तथा विश्लेषणात्मक एवं तर्कशक्ति का समुचित विकास सुनिश्चित करना रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ विभागाध्यक्ष प्रो अजय शर्मा, संयोजक डॉ. विशाल आनंद एवं मनीषा बिंदलिश के मार्गदर्शन में किया गया। प्रतियोगिता में कुल 13 टीमों के लगभग 80 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया और अपनी विधिक समझ तथा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से न्यायालयीन प्रक्रिया की व्यावहारिक झलक प्रस्तुत की। प्रतिभागियों ने इंडियन कॉन्ट्रैक्ट एक्ट 1872 के अंतर्गत विविध प्रकार के प्रकरणों को आधार बनाकर न्यायिक प्रक्रिया का अनुकरण किया, जिसमें अभ्यर्थियों ने वकील, जज एवं गवाह के रूप में अपनी भूमिकाएँ प्रभावी ढंग से निभाईं। इससे विद्यार्थियों को विधिक प्रणाली की जटिलताओं एवं तकनीकी पहलुओं की जानकारी सरल और व्यवहारिक रूप में प्राप्त हुई। निर्णायक मंडल में प्रो. अजय शर्मा, डॉ. रचना सरदाना, डॉ. मनोज बंसल एवं मनीषा बिंदलिश शामिल रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया और उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों की सराहना की। निर्णायकों ने विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, प्रस्तुति कौशल तथा विश्लेषणात्मक सोच को अत्यंत प्रभावशाली बताया। उन्होंने 13 टीमों में से 3 टीम का चयन किया, श्रेया, नैंसी, खुशी, नेहा को प्रथम, मिष्ठी, सनाया और निलेश, यक्ष, सज्जन, शुभम को द्वितीय, वर्षा, अन्नू, काफी, खुशी को तृतीय स्थान देकर विजयी घोषित किया गया।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजबीर पराशर ने वाणिज्य विभाग को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने के साथ-साथ उनमें विधि-जागरूकता व वक्तृत्व कला का भी विकास करती हैं।

कई विद्यार्थियों ने काफी सक्रिय भूमिका निभाते हुए संयोजन में अपना अहम योगदान दिया। कार्यक्रम के सफल संचालन में डॉ. पूजा गुप्ता, विशाल गर्ग, डॉ. बबीता गर्ग, राजेश गर्ग, सुचेता तोमर, सुरभि, पल्लवी गर्ग एवं इशिका चुघ का सक्रिय सहयोग रहा। सभी ने मिलकर प्रतियोगिता की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न करवाया। अंत में डॉ. रचना सरदाना ने सभी का आभार व्यक्त किया और विद्यार्थियों को ऐसे आयोजनों में निरंतर भाग लेने हेतु प्रेरित किया।

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