स्थानीय आर. के. एस. डी. महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग, कैरियर गाइडेंस सेल, प्लेसमेंट सेल तथा इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में नांदी फाउंडेशन (महिंद्रा प्राइड क्लासरूम) के सहयोग से एक साप्ताहिक रोजगार क्षमता प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला 24 सितंबर से 1 अक्टूबर 2025 तक आयोजित रही।
नांदी फाउंडेशन के प्रशिक्षक राजीव कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं को रोजगारोन्मुखी बनाना, शिक्षा एवं उद्योग जगत के बीच की दूरी को कम करना तथा संचार, प्रस्तुति और सॉफ्ट स्किल्स में दक्ष बनाना था। उन्होंने विशेष रूप से अंग्रेजी भाषा और शाब्दिक संचार कौशल के महत्व पर विस्तार से चर्चा की तथा बैंकिंग, बीमा, साक्षात्कार तकनीक आदि विषयों पर छात्राओं को व्यावहारिक जानकारी दी।
कार्यशाला में बी.बी.ए., बी.ए., बी.कॉम और बी.एस सी. अंतिम वर्ष की लगभग 40 छात्राओं ने प्रतिदिन सहभागिता की। प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को लाइफ स्किल्स, गोल सेटिंग, इंटरव्यू प्रिपरेशन, समय प्रबंधन, क्रिटिकल थिंकिंग, समस्या-समाधान तथा लिंक्डइन जैसे विषयों पर गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। कार्यशाला की सभी प्रतिभागियों को प्रबंधन समिति एवं आर वी एस के प्रधान अश्विनी शोरेवाला, प्रबंधक समिति के कोषाध्यक्ष सुनील चौधरी, प्राचार्य डॉ राजबीर पराशर, मेंटर राजीव कुमार एवं सभी प्राध्यापक साथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजबीर पाराशर ने प्रशिक्षक राजीव कुमार, छात्राओं तथा सभी सहयोगी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि छात्राओं को इस प्रशिक्षण से अर्जित ज्ञान एवं कौशल को अपने करियर निर्माण में उपयोग करना चाहिए ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। मंच संचालन बीकॉम पाँचवाँ सेमेस्टर की छात्रा गुरनूर और कीर्ति ने किया।
कार्यशाला के समापन अवसर पर डॉ मनोज बंसल ने प्रबंधन समिति, प्राचार्य, प्रशिक्षक, प्रतिभागियों एवं सभी सहयोगी शिक्षकों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ. विशाल आनंद (अध्यक्ष, प्लेसमेंट सेल), डॉ. पूजा गुप्ता (अध्यक्षा, कैरियर गाइडेंस सेल), डॉ. रचना सरदाना (अध्यक्षा, इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल), प्रो. अजय शर्मा (अध्यक्ष, वाणिज्य विभाग) सहित डॉ. गीता गोयल, डॉ. अनिल जिंदल, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. कपिल जैन, डॉ. बबीता गर्ग, डॉ. शशि, प्रो. राजेश गर्ग, प्रो. मनीषा बिंदलिश, डॉ. सुचेता तोमर, प्रो. सुरभि, प्रो. इशिका, प्रो. रवीना, प्रो. नेहा मदान, प्रो. नेहा गुप्ता, प्रो. मिशु, प्रो. पल्लवी गर्ग एवं सभी सेल के सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।