एम.ए. इंग्लिश तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए “शार्लोट ब्रॉण्टे की कृति जेन आयर” पर एक दिवसीय कक्षा-संगोष्ठी का आयोजन 12 सितम्बर 2025 को किया गया। इस गतिविधि का उद्देश्य विद्यार्थियों को आत्मविश्वास प्रदान करना तथा उन्हें विक्टोरियन साहित्य की बारीकियों पर जेन आयर उपन्यास के विशेष संदर्भ में चर्चा करने के लिए मंच उपलब्ध कराना था।
संगोष्ठी में पाँच विद्यार्थियों ने उपन्यास के विभिन्न पक्षों पर शोधपत्र प्रस्तुत किए। अशु ने ‘जेन आयर एज़ अ फेमिनिस्ट टेक्स्ट’ विषय पर अपने विचार रखे और बताया कि यह उपन्यास किस प्रकार पितृसत्तात्मक मान्यताओं को चुनौती देता है। अन्नु ने ‘जेन आयर और मिस्टर रोचेस्टर के संबंध’ विषय पर प्रेम, शक्ति और पारस्परिक सम्मान की थीम को स्पष्ट किया। ममता, रिमझिम और शगुन ने क्रमशः ‘जेन आयर का चरित्र-चित्रण’, ‘उपन्यास का समापन’ तथा ‘जेन आयर एक बिल्डुंग्सरोमान के रूप में’ विषयों पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए। प्रस्तुतियों के उपरांत चर्चा एवं प्रश्नोत्तर सत्र भी हुआ। इस संगोष्ठी ने विद्यार्थियों के विश्लेषणात्मक कौशल को प्रोत्साहित किया और उन्हें सहयोगात्मक शिक्षा का अनुभव प्रदान किया। कार्यक्रम में अनु, रिमझिम, ममता और ज्योति ने छात्र संयोजक की भूमिका निभाई।
संगोष्ठी के उपरांत जेन आयर के फिल्म रूपांतरण का प्रदर्शन प्रातः एवं सायंकालीन सत्रों के विद्यार्थियों के लिए किया गया। इस स्क्रीनिंग ने विद्यार्थियों को साहित्यिक पाठ के साथ दृश्यात्मक दृष्टिकोण से जुड़ने, लेखन और दृश्य-रूपांतरण के मध्य संबंध स्थापित करने तथा विक्टोरियन परिवेश एवं पात्रों की भावनात्मक गहराई को अनुभव करने का अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य प्रो. राजबीर पराशर, संयोजक प्रो. गीता गोयल तथा अंग्रेज़ी विभाग के संकाय सदस्यों ने विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी एवं उत्साहपूर्ण सहयोग की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।