वार्षिकोत्सव संस्कृत श्लोकच्चारण प्रतियोगिता और पुरस्कार वितरण समारोह

संस्कृत विभाग द्वारा कालेज के सभागार में वार्षिकोत्सव, संस्कृत श्लोकच्चारण प्रतियोगिता और पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ प्राचार्य डॉ. एस .के. गोयल के द्वारा किए गए दीप प्रज्वलन से हुआ। छात्र राकेश कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन मंत्र तथा सरस्वती वंदना गाई गई। अपने संबोधन में प्राचार्य महोदय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत संस्कारों की भाषा है। छोटी आयु में बालक के मन पर जो प्रभाव पड़ जाते हैं वह वृद्धावस्था तक बने रहते हैं, उन्हें बताया कि जो श्लोक उन्होंने अपनी छठी से आठवीं तक की कक्षाओं में सीखे थे, वे आज भी उन्हें अच्छी तरह से याद हैं। सभी विद्यार्थी शुभ संस्कारों से युक्त होकर देश के श्रेष्ठ नागरिक बने तथा अपने जीवन में उच्च लक्ष्य को प्राप्त करें, यही उनका आशीर्वाद है। श्लोका चारण प्रतियोगिता में महाविद्यालय की विभिन्न कक्षाओं के लगभग 30 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिनमें से राकेश ने प्रथम, विनीत ने द्वितीय, आनंद, नेतृत्व, लव और तनु ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। इसके साथ ही संस्कृत विभाग द्वारा करवाई गई लिखित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता चार्ट मेकिंग प्रतियोगिता एवं श्लोक लेखन प्रतियोगिता निबंध लेखन आदि प्रतियोगिता के विभिन्न विजेताओं को भी पुरस्कार दिए गए निर्णायक मंडल की भूमिका में डॉ. गीता गोयल, प्रो. रिचा, डॉ विनय सिंघल एवं पूर्व संस्कृत छात्र अनिल ने निभाई। विभागाध्यक्ष डॉ लक्ष्मी मोर ने विभाग की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी ।इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामफल मान, डॉ अशोक अत्री, प्रो. अंजली, डॉ. दीपशिखा, प्रो. दीपिका, प्रो. निधि, प्रो. सुनीता, प्रो. अर्चना आदि सहित अनेक छात्रगण उपस्थित रहे मंच का संचालन डॉ. विनय सिंघल सहित प्रीति एवं गरिमा ने किया।

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