कॉलेज के वाणिज्य विभाग द्वारा बैंकिंग क्षेत्र में 02 माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

कॉलेज के वाणिज्य विभाग द्वारा बैंकिंग क्षेत्र में विद्यार्थियों के कौशल विकास व रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए 02 माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम स्कूल ऑफ इम्पलॉयबिलिटी, गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुनानगर के साथ मिलकर आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का प्रायोजन नाबार्ड बैंक व जमना ऑटो इंडस्ट्रीज, यमुनानगर के द्वारा किया गया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नाबार्ड बैंक के क्लस्टर हेड श्री कुशल दीप, विशिष्ट अतिथि श्री विनोद कुमार, एलडीएम कैथल उपस्थित रहे । संयम मराठा,हेड, सीएसआर, जमना ऑटो इंडस्ट्रीज ने कार्यक्रम में ऑनलाइन माध्यम से शामिल होकर विद्यार्थियों को संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कॉलेज कार्यवाहक प्राचार्य डॉक्टर सत्यवीर मेहला ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया ।इस कार्यक्रम का संयोजन स्कूल ऑफ इम्पलॉयब्लिटी से डॉ अमित जोशी तथा प्रोफेसर पूजा मित्तल ने किया। मंच संचालन डॉ गीतेंद्र हांडा ने किया। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए एलडीएम, कैथल ने बैंकिंग क्षेत्र में बदलते हुए संरचनात्मक ढांचे तथा रोजगार के नए अवसर के बारे में विस्तृत जानकारी दी ।उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की भी जानकारी दी । मुख्य अतिथि श्री कुशलदीप ने नाबार्ड बैंक के कार्यप्रणाली के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए व उन्हें रोजगार परक अवसर प्रदान करने के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं । विद्यार्थियों को समय-समय पर अपनी शिक्षा के साथ-साथ अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेना चाहिए जिससे रोजगार के अवसर मिल सके। गौरतलब है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद विद्यार्थियों को बैंकिंग क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय शर्मा, प्रोफेसर रचना सरदाना, प्रोफेसर विशाल आनंद ने विशेष भूमिका निभाई ।इस अवसर पर डॉ वीरेंद्र गोयल, डॉक्टर रितु वालिया, डॉक्टर नरेश कुमार , डॉक्टर बबीता, डॉ शशि माटा, प्रोफेसर विशाल गोयल, प्रोफेसर नेहा गुप्ता, प्रोफेसर सीमा, पूजा गर्ग, रजनी, नेहा उपस्थित रहे।