आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई.क्यु.ए.सी.) द्वारा निर्धारित वार्षिक प्रतिवेदन की प्रस्तुति

आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई.क्यु.ए.सी.) ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित वार्षिक प्रतिवेदन को आज प्रस्तुत कर दिया। प्राचार्य डा संजय गोयल ने बटन दबा कर इस प्रतिवेदन को आॅनलाईन राष्ट्रीय मूल्याकंन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) बेंगलूरू को भेजा। प्रत्येक वर्ष यह रिपोर्ट 31 दिसम्बर से पहले जमा करवानी होती है। पांच वर्ष की वार्षिक रिपोर्ट के आधार पर सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एस एस आर) 2022 में भेजनी होगी। उसके आधार पर नैक की टीम कॉलेज के निरीक्षण के लिए आएगी। आई.क्यु.ए.सी. की संयोजिका डा सीमा गुप्ता के नेतृत्व यू.जी.सी. द्वारा निर्धारित 07 कसौटीयों के आधार पर कॉलेज के विकास का स्वयं आकलन किया गया। इनमें मुख्यत: पठ्न-पाठन, अधिगम का स्तर, संस्थागत विकास, शोध में भागीदारी, नयी तकनीकों का प्रयोग, रिसर्च प्रोजेक्ट, अन्य सहायक गतिविधियां, सामाजिक समन्वय, बेस्ट प्रैक्टिस एवं भावी योजनाओं का संयोजन होता है। इसी के आधार पर यू.जी.सी. ग्रांट एवं अन्य सुविधाओं का निर्धारण होता है। इस प्रकोष्ठ में डा. राजबीर पराशर, डा. शिल्पी अग्रवाल डा. गगन मित्तल, डा वीरेंद्र गोयल, डा सुरेंद्र सिंह, डा रितु वालिया, डा. अनिल जिंदल, प्रो निधि गोयल, प्रो. अंकित गर्ग, प्रो. ममता शामिल थे। अमित गुप्ता एवं विशाल गुप्ता ने इस दस्तावेज को तकनीकी रूप से तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।